Lyrics Of Qalb Ko Uski Ruyat Ki hai Aarzu Lyrics | कल्ब को उसकी रूयत की है आरजू
Hindi, English Lyrics Of Qalb Ko Uski Ruyat Ki hai Aarzu.
Qalb Ko Uski Ruyat Ki hai Aarzu Lyrics
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
कल्ब को उसकी रूयत की है आरजू
जिसका जलवा है आलम में हर चार सू
बल्कि खुद नफ़्स में है वो सुबहानहू
अर्श पर है मगर अर्श को जुस्तजू
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
सारे आलम को है तेरी ही जुस्तजू
जिन्नो इन्सो मलक को तेरी आरजू
याद में तेरी हर एक है सू बसू
बन में वहशी लगाते हैं जब्ती हू
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
नात शरीफ हिन्दी
नगमा सन् जाने गुलशन में चर्चा तेरा
चहचहे जिक्रे हक के हैं सुबहो मसाम
अपनी अपनी चहक अपनी अपनी सदा
सबका मतलब है वाहिद के वाहिद है तू
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
बद हूं मौला मेरे मुझको कर दे निकू
रस्ते आमाल हैं चाक फ्रमा रफू
तेरी रहमत की उम्मीद है ऐ अफू
कि है इरशादे कुरआन ला तकनतू
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
नात शरीफ हिन्दी
ठन्डी ठन्डी नसीमें चलें मेरे रब
फितनों की धूल से पाक होवे अरब
ऐसा बरसा बहा दे जो ख़ाशाक सब
तेरी रहमत के बादल घिरे चार सू
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
रहम फरमा खुदाया हरम पाक हो
तूने तकदीस बख्शी है जिस ख़ाक को
दफआ फ्रमा वहां पर है बेबाक जो
और गिरा बिजलियाँ कहर की बर अदू
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
ख़्वाबे नूरी में आए जो नूरे ख़ुदा
बुक्कए नूर हो अपना जुल्मतकदा
नात शरीफ हिन्दी
रहम फरमा खुदाया हरम पाक हो
तूने तकदीस बख्शी है जिस ख़ाक को
दफआ फ्रमा वहां पर है बेबाक जो
और गिरा बिजलियाँ कहर की बर अदू
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
ख़्वाबे नूरी में आए जो नूरे ख़ुदा
बुक्कए नूर हो अपना जुल्मतकदा
जगमगा उठे दिल चेहरा हो पुर जिया
नूरियों की तरह शुगल हो जिक्र हू
अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु अल्लाहु
Qalb ko uski ruyat ki hai aarzu In English
Qalb ko uski ruyat ki hai aarzu
Jis ka jalwah hai aalam me har char su
Balke khud nafs me hai wo subhanahu
Arsh par hai magar arsh ko justaju
Allahu Allahu Allahu Allahu
Arsh o farsh o zamano jihat aay khuda
Jis taraf dekhta hu hai jalwa tera
Zarrey zarrey ki aankhon me tu hi ziya
Qatrey qatrey ki tu hi toh hai aabru
Allahu Allahu Allahu Allahu
Saarey aalam ko hai teri hi justaju
Jinn o ins o malak ko teri aarzu
Yaad me teri har ek hai ku aku
Ban me wehshi lagaatey hai zarbaatey hu
Allahu Allahu Allahu Allahu
Nagma sanjane gulshan me charcha tera
Cheh chahey zikrey haq ke hai subho masaa
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